अहमदाबाद में 12वीं के स्टूडेंट को सौभाग्य मिला अपनी एग्जाम कॉपी खुद जांचने का. दो सब्जेक्ट की कॉपी चेक की. इकनॉमिक्स में दिए 100/100 नंबर. लेकिन एक गलती हो गई. और उनके 100 नंबर में से पहला 1 हट गया. बचे जीरो बटा सन्नाटा.
पहले बेची बोर्ड की वेबसाइट, फिर बिक गया रिजल्ट बोर्ड के अधिकारियों ने माना है कि यह अपने आप में एक अनूठा मामला है। जीएसएचएसईबी के सचिव (एग्जामिनेशन) जीडी पटेल ने बताया, "लड़के ने भूगोल और अर्थशास्त्र के दो विषयों में अपनी उत्तर पुस्तिका की जांच की थी। शिक्षकों ने भूगोल की कॉपी में उसकी चालाकी पकड़ ली जिसमें उसके 100 में 34 नंबर आए थे लेकिन अर्थशास्त्र में छात्र उन्हें गच्चा दे गया और उसने खुद को 100 में से 100 नंबर दे दिये।" पटेल ने बताया "हर्षद को परीक्षा सुधार समिति के सामने पेश किया जाएगा। अपने पूरे नंबरों को उसने मेन पेज पर नहीं लिखा था। उसने बस हर उत्तर पर खुद को नंबर दे दिए थे। लेकिन सात शिक्षकों के उस समूह को इस गलती को पकड़ना चाहिए था जिन्होंने उसकी कॉपी पर हस्ताक्षर किये थे। इस मामले में जहां भी चूक हुई है, उसे ध्यान में रखते हुए कॉपी चैक करने वाले शिक्षकों को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
फुल मार्क्स 50, नंबर दे दिए गए 51, बात में की लीपापोती हर्षद का रिजल्ट भी तैयार हो गया था लेकिन बोर्ड के सिस्टम में फीड करते समय कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर में उसकी चोरी पक़ड़ी गयी जहां कई विसंगतिया नजर आने लगी। अर्थशास्त्र में उसके 100 में से 100 नंबर थे जबकि इसकी तुलना में बांकि अन्य विषयों में उसके काफी कम नबंर थे। जैसे- गुजराती में उसके 13, अंग्रेजी में 12, संस्कृत में 4, समाजशास्त्र में 20, मनोविज्ञान में 5 और भूगोल मे 35 नंबर थे।